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बंद अलमारी से निकला 'खजाना' : विपक्ष का तंज-सचिवालय तक पहुंची भ्रष्टाचार की गंगोत्री

10:20 AM May 20, 2023 IST | Anil Prajapat

Yojana Bhavan : जयपुर। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विपक्ष ही नहीं, कांग्रेस के कई नेता और मंत्री भी अपनी ही सरकार को घेरने में लगे हुए है। इसी बीच योजना भवन में बंद पड़ी अलमारी से खजाना निकलने के बाद गहलोत सरकार एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर आ गई है। बीजेपी ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए तंज कसा कि भ्रष्टाचार की गंगोत्री अब सचिवालय तक पहुंच गई है। बता दें कि शासन सचिवालय के पास स्थित योजना भवन के डीओआईटी डिपार्टमेंट के बेसमेंट में बंद पड़ी अलमारी में शुक्रवार रात 2 करोड़ 31 लाख 49 हजार 500 रुपए और 1 किलो सोने के बिस्कुट बरामद हुए थे। इसके बाद बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लिया है।

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भ्रष्टाचार को लेकर गहलोत सरकार पर तीखा हमला बोला। शेखावत ने कहा कि करोड़ों की नकदी और सोना कहां से आया ? सरकार के भ्रष्टाचार की परतें एक-एक कर खुलती जा रही हैं, सचिवालय में ढाई करोड़ रुपए नकद और सोना बरामद होना दर्शाता है कि यह सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। सचिवालय में आखिर इतनी नकदी और सोना आया कहां से और यह किसका है? सिर्फ लीपापोती करने से काम नहीं चलेगा। इस पर प्रदेश सरकार को जनता को जवाब देना ही होगा।

निगलते-निगलते ऊपर तक भर गया सरकार का पेट

साथ ही शेखावत ने ट्वीट किया कि गहलोत सरकार का पेट काला धन निगलते-निगलते ऊपर तक भर गया है, इसलिए आज सचिवालय ने करोड़ों की नकदी और सोना उगल दिया। विकास में निरंतर नीचे जा रहे राज्य में भ्रष्टाचार किस ऊंचाई पर पहुंच गया है, ये उसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। सरकारी लीपापोती जारी है लेकिन जनता से कुछ छिपता नहीं है।

राजेंद्र राठौड़ ने भी साधा निशाना

वहीं, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट किया कि भ्रष्टाचार की गंगोत्री आखिरकार सचिवालय तक पहुंच ही गई। राजस्थान सचिवालय जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बैठकर शासन चलाते हैं। वहां करोड़ों की नकदी और सोना बरामद होना इस बात का प्रमाण है कि गहलोत सरकार भ्रष्टाचार के संरक्षणदाता की भूमिका में है।

राठौड़ ने पूछा- आखिर माजरा क्या है?

राठौड़ ने कहा कि 2 हजार के नोट को चलन से बाहर करने का बयान देने वाले मुख्यमंत्री आप केवल इतना बता दीजिए कि आपका सचिवालय 2 हजार के अनगिनत नोटों को क्यों उगल रहा है ? योजना भवन के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग में किन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए करोड़ों रुपए छिपाकर रखे गए? आनन फानन में अपने काले कारनामों को छिपाने के लिए बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में आईटी, ईडी और एसीबी जैसे विभागों का कोई अधिकारी शामिल नहीं, आखिर माजरा क्या है?

ये है पूरा मामला

बता दें कि शासन सचिवालय के पास स्थित योजना भवन में शुक्रवार रात फाइलों के डिजिटलीकरण करने के काम को लेकर कई दिनों से बंद पड़ी एक अलमारी से 2 करोड़ 31 लाख 49 हजार 500 रुपए और 1 किलो सोने के बिस्कुट बरामद हुए थे। यह राशि आधार कार्ड के कामकाज देखने वाले यूआईडी विभाग की अलमारी में रखे हुए थे। लैपटॉप बैग और ट्रॉली वाले सूटकेस से यह पैसा और सोना निकला। इसमें 500 और 2000 रुपए के नोट और सोना बिस्कुट के रूप में मिला। अब इस रकम और अलमारी के जिम्मेदारी लेने को कोई तैयार नहीं हैं। इस मामले में पुलिस 7-8 कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है। साथ ही, सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है। पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है कि किस कर्मचारी की एक्से यहां तक थी और कौन इसके मेंटनेंस और चाबी रखने की जिम्मेदारी संभालते थे। हालांकि मामले में किसी बड़े अधिकारी का हाथ हो सकता है। पुलिस इस पहलू को भी ध्यान में रखकर जांच कर रही है।

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