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सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में बढ़े 12 लाख छात्र, शिक्षकों के पद 1 भी नहीं

माध्यमिक शिक्षा विभाग में बीते सात वर्षों से स्टाफिंग पैटर्न अपडेट नहीं होने के कारण प्रदेश के उच्च माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की कमी लगातर बढ़ रही है।
08:52 AM Feb 14, 2023 IST | Anil Prajapat

जयपुर। माध्यमिक शिक्षा विभाग में बीते सात वर्षों से स्टाफिंग पैटर्न अपडेट नहीं होने के कारण प्रदेश के उच्च माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की कमी लगातर बढ़ रही है। स्टाफिंग पैटर्न अपडेट नहीं होने से शिक्षकों के नए पद स्वीकृत नहीं हो रहे। शिक्षा विभाग में 2015 में स्टाफिंग पैटर्न लागू किया था, जिसमें उच्च माध्यमिक स्कूलों में 11वीं व 12वीं में 80 नामांकन होने पर अनिवार्य हिंदी-अंग्रेजी के पद स्वीकृत किए जाने का प्रावधान था, लेकिन 7 वर्ष बाद भी स्टाफिंग पैटर्न की समीक्षा नहीं हुई। ऐसे में उच्च माध्यमिक स्कूलों में 11वीं व 12वीं के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए अनिवार्य विषयों के व्याख्याता नहीं होने से अध्यनन वरिष्ठ अध्यापक ही करवा रहे हैं।

गौरतलब है कि 2015 के बाद प्रारम्भिक शिक्षा विभाग में तीन बार स्टाफिंग पैटर्न की समीक्षा हो चुकी है। प्रारंभिक शिक्षा में 5 लाख से अधिक का नामांकन बढ़ने से प्रारंभिक शिक्षा में 10 हजार नए पद सृजित हुए थे, जबकि माध्यमिक शिक्षा में इस दौरान 12 लाख नामांकन बढ़ने के बाद भी माध्यमिक शिक्षा में शिक्षकों के पद नहीं बढ़ सके।

चार हजार स्कूलों में अनिवार्य विषयों के शिक्षक नहीं

शिक्षा विभाग में माध्यमिक स्तर के स्कू लों में उच्च माध्यमिक स्कूलों में क्रमोन्नत करने के बाद स्कू लों और स्टूडेंट्स की संख्या के अनुसार शिक्षक नहीं हैं। ऐसे में प्रदेश के करीब 4 हजार स्कू लों में अनिवार्य विषयों के शिक्षक नहीं हैं। ऐसे में मज़बूरी में वरिष्ठ अध्यापक स्कूल व्याख्याता की जगह पढ़ा रहे हैं। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्डव विभाग के अनुसार कक्षा 11व 12वीं को केवल व्याख्याता ही पढ़ाने के पात्र हैं, जिसकी योग्यता संबंधित विषय में स्नातकोत्तर व बीएड है। आरपीएससी सीधी भर्ती व विभाग की ओर से पदोन्नति में यही योग्यता मांगी जाती है। वरिष्ठ अध्यापक की योग्यता स्नातक एवं बीएड व शिक्षक की योग्यता स्नातक 12वी बीएड व बीएसटीसी है। ये शिक्षक उच्च माध्यमिक कक्षाओं को पढ़ाने के पात्रता नहीं रखते हैं।

शिक्षकों की स्टाफिंग पैटर्न अपडेट करने की मांग तेज

स्टाफिंग पैटर्न अपडेट करने की मांग करते हुए शिक्षक नेता मोहरसिंह सलावद ने सरकार पर दोहरा व्यवहार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोल रही है, लेकिन जहां शिक्षकों की कमी है वहां पूरी नहीं कर रहे। विभाग अगर अतिशीघ्र स्टाफिंग पैटर्न की समीक्षा करे तो व्याख्याता मिल पाएंगे। वहीं, 50 प्रतिशत पदों पर सीधी भर्ती होने से बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा और कार्यरत वरिष्ठ अध्यापकों को व्याख्याता पदोन्नति का अवसर मिल मिलेगा।

राजकीय स्कूलों में नामांकन एवं शिक्षक

स्कूल नामांकन शिक्षक
प्रारम्भिक शिक्षा 3173177 169643
माध्यमिक शिक्षा 5741790 244910

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