रेगिस्तानी घास की जगह अब राख ही राख, किशन बाग में 11 करोड़ का डेजर्ट पार्क चढ़ा आग की भेंट
जयपुर। विद्याधर नगर स्थित किशन बाग में गुरुवार को लगी आग का असर यहां की खूबसूरती पर पड़ा है। यहां एक इलाके में घास के साथ वनस्पति लगभग जलकर खाक हो गई है। अब यहां जली घास को देखने के लिए ही पर्यटकों को पचास रुपए का एंट्री शुल्क देना होगा। गौरतलब है कि जेडीए की ओर से यहां करीब 11.41 करोड़ रुपए की लागत से 64.30 हेक्टेयर भूमि पर प्रोजेक्ट विकसित किया गया था।
इसमें जैसलमेर, बाड़मेर, जालौर, बीकानेर और जोधपुर क्षेत्र में उगने वाली करीब सात प्रकार की घास लगाई गई है। ऐसे में अगर यहां खूबसूरती ही आग के हवाले हो गई तो पर्यटक यहां पहुंचकर अपने आप को ठगा महसूस करेगा। दरअसल रेगिस्तान के नाम से जाना जाने वाला यह बाग यहां की वनस्पति के लिए ही लोगों को आकर्षित करता था, मगर यहां लगी आग से वनस्पति को भारी नुकसान हुआ है।
समय रहते उपाय करते तो नुकसान कम होता
गुलाब बाग के नजदीक पड़ी खाली जगह पर दोपहर करीब एक बजे आग लग गई। यहां मौजूद कर्मचारियों के ध्यान नहीं देने से यह आग करीब डेढ़ बजे बढ़कर किशनबाग में आ पहुंची। इसके बाद कर्मचारी अग्निशमन यंत्र लेकर भागे मगर आग काबू में नहीं आई । करीब घंटे भर बाद जब दमकल पहुंची तब तक काफी हिस्सा जल चुका था। कर्मचारी समय रहते उपाय करते तो नुकसान कम होता।
गुलाब बाग में आग लगने के बाद यहां रखे हुए अग्निशमन यंत्र काम नहीं कर पाए। यहां मौजूद कर्मचारी घटनास्थल तक यंत्र तो लेकर गए, मगर काम नहीं किया तो पेड़ की डालियों से आग बुझाने का प्रयास किया। आग के दौरान यहां मौजूद कर्मचारी दमकल की गाड़ा का इंतजार करते नजर आए।
किशनबाग में लगी आग से कितना नुकसान हुआ है। इसकी जानकारी जुटाई जा रही है- रवि जैन, जेडीसी, जेडीए