जयपुर में 3 दिन में गिरा 10mm पानी, आज से 3 दिन साफ रहेगा मौसम
जयपुर। राजधानी जयपुर सहित आसपास के क्षेत्रों में लगातार तीन दिन से बारिश होने से आमजन को गर्मी और उमस से राहत मिली। मार्च में जयपुर में 10 एमएम बारिश दर्ज की गई है। जयपुर शहर के अलावा आमेर, सांगानेर, कोटखावदा, चाकसू, जोबनेर, विराटनगर, जमवारामगढ़, आंधी, तूंगा, बस्सी में भी बारिश हुई। मंगलवार देर रात बारिश का दौर शुरू है। बुधवार को दिन भर बदल छाए रहने के बाद शाम से लेकर देर रात तक रुक रुक कर बारिश हुई। वहीं गुरुवार दोपहर में शहर में अचानक तेज बारिश हुई जिससे कई जगह सड़को पर पानी भर गया।
मौसम केंद्र के अनुसार राजस्थान में एक्टिव इस सिस्टम का असर गुरुवार शाम से खत्म होने के बाद शुक्रवार से राज्य के अधिकांश हिस्सों में मौसम साफ होगा और धूप निकलने की संभावना है। इसके बाद अगले तीन दिन मौसम शुष्क रहेगा, धूप निकलने से तापमान भी बढ़ेगा। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार दो दिन में जयपुर, बारां, डूंगरपुर, झालावाड़, टोंक, सिरोही समेत कई जिलों में बारिश के साथ ओले गिरे।
3 डिग्री सेल्सियस तक गिरा तापमान
प्रदेश में इस बारिश और ओलावृष्टि से तापमान भी 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जिससे रात में हल्की ठंडक बढ़ गई। उदयपुर, जयपुर में रात का न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस, जबकि कोटा, चूरू, टोंक में 2 डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ गया। उदयपुर में बीती रात न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। जयपुर में गुरुवार को अधिकतम तापमान 28.4 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 16.4 डिग्री दर्ज किया गया है।
राजस्व और कृषि अधिकारी उतरे फील्ड में
रबी की फसल कटाई के समय हुई बारिश के कारण जयपुर में गेहूं, जौ, सरसों की फसल में नुकसान हुआ है। फसलों के खराबे की जानकारी के लिए मुख्य सचिव ने जिला कलेक्टर और सभागीय आयुक्त को सात दिन में रिपोर्टदेने के निर्देश दिए है। जिसके बाद जिला कलेक्टर ने राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियो को विशेष गिरदावरी के निर्देश दिए है। मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को हुए नुक़सान को लेकर बेहद संवेदनशील है।
उन्होंने ज़िला कलेक्टरों को त्वरित कार्यवाही करते हुए संबंधित अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से क्षेत्र में भेजकर विशेष गिरदावरी एवं इसका जिओ टैग करवाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व विभाग अपर्णा अरोरा, शासन सचिव आपदा प्रबंधन एवं राहत पी.सी. किशन तथा विशिष्ट सचिव राजस्व विश्वमोहन शर्मा भी मौजूद रहे।