सोशल मीडिया पर गैंगस्टर को फॉलो करने वालों की अब खैर नहीं, पुलिस ने 1 हजार युवाओं को किया पाबंद
जोधपुर। सोशल मीडिया पर गैंगस्टर और बदमाशों को फॉलो करने वालों पर राजस्थान पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। जोधपुर पुलिस ने अभियान चलाकर अपराधियों को फॉलो करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए अब तक 1000 से अधिक युवाओं को चिन्हित कर कार्रवाई की। यह लोग सोशल मीडिया पर कई गैंग और इससे जुड़े बदमाशों को फॉलो कर रहे थे। ये सभी बदमाशों का गुणगान कर रहे थे। इसके चलते 100 युवाओं को जेल की हवा भी खानी पड़ी है।
जोधपुर पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ के निर्देश पर सोशल मीडिया पर बदमाशों को फॉलो करने वालों के खिलाफ पुलिस अभियान चला रही है। जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के डीसीपी गौरव यादव, डीसीपी अमृता दुहन के नेतृत्व में 1 हजार हार्डकोर अपराधी गैंगस्टर हिस्ट्रीशीटर को फॉलो करने वाले फॉलोअर्स पर कार्रवाई की। पुलिस की ये कार्रवाई गुंडा तत्वों और बदमाशों को फॉलो करने वालों के खिलाफ की गई। डीसीपी गौरव यादव और अमृता दुहान की देखरेख में हुई कार्रवाई में 977 फॉलोअर्स के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की। पुलिस ने कोर्ट के माध्यम से 170 फॉलोवर्स को पाबंद किया गया। पुलिस थाना स्तर पर 788 फॉलोवर्स के साथ समझाइश की गई।
जोधपुर संभाग में चल रहे व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर गैंगस्टर के ग्रुप लॉरेंस से संबंध रखने वाली गैंग 007, 0029 और 0044 गैंग को फॉलो करने करने वालों पर पुलिस ने कार्रवाई की और पाबंद किया। बता दें प्रदेश के दूसरे बड़े जिले जोधपुर में राजस्थान पुलिस के मुखिया उमेश मिश्रा के निर्देश के बाद जोधपुर पुलिस कमिश्नर ने सक्रिय होते हुए अभियान चलाया। जोधपुर पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ की देखरेख में लगातार अपराधियों की धरपकड़ के बीच एक नवाचार करते हुए कईयों को समझाइश भी की। जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट की टीम ने कार्रवाई करते हुए गैंगस्टर को फॉलोवर्स करने वाले सोशल मीडिया अकाउंट चलाने वाले लोगों तक पुलिस पहुंची। पुलिस ने कईयों से समझाइश की।
इसी बीच पुलिस टीम को यह भी पता चला कि अपराधियों के ग्रुप को विभिन्न प्रकार के लोग फॉलो करते हैं। जिनमें कुछ अपराधिक भी है और कुछ ऐसे भी हैं जो केवल दिखावे के लिए मौज-मस्ती के लिए इन अपराधियों को फॉलो करते नजर आए। जिसमें लॉरेंस ग्रुप को फॉलो करने से लेकर 007 ग्रुप 004 ग्रुप के अलावा सोपू ग्रुप भी बताया जा रहा है। डीसीपी गौरव यादव और डीसीपी अमृता दुहन के नेतृत्व में 1 हजार लोगों का पता लगाया। जो किसी न किसी रूप से अपराधियों के सोशल मीडिया ग्रुप से जुड़े हैं या फिर हत्यारों की प्रदर्शन जैसे ग्रुप को फॉलो करते नजर आ रहे हैं। पुलिस की टीम उन सभी तक पहुंचने के साथ कईयों को गिरफ्तार किया।
(इनपुट- गिरीश दाधीच)